बसन्त त्रिपाठी की कविताएँ
बसन्त त्रिपाठी हमारे समय के सुपरिचित कवि हैं। अभी अभी उनका नया कविता संग्रह 'नागरिक समाज' सेतु प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है। इस संग्रह का ब्लर्ब लिखा है वरिष्ठ कवि कुमार अम्बुज ने। ब्लर्ब पर छपी टिप्पणी के साथ साथ हम बसन्त की कविताओं पर दो और टिप्पणियां भी दे रहे हैं जिसे लक्ष्मण प्रसाद गुप्ता और प्रतिभा कटियार ने लिखा है। इसके बाद इसी संग्रह से बसन्त की कुछ कविताएँ भी दी जा रही हैं। तो आइए आज पहली बार पर पढ़ते हैं बसन्त त्रिपाठी की कविताएँ । कुमार अम्बुज बसंत त्रिपाठी की कविता अपनी भाषा भंगिमा और सुस्पष्ट अभिव्यक्ति के लिए अलग से चिह्नित की जाती रही है। वाम दृष्टि उनकी कविता का सहज हासिल है। रेखांकित किया जाना चाहिए कि यह संग्रह , उनकी कविता के इन अवयवों के विकास का परिचय है। ख़ासतौर पर बीत गए दशक में भारतीय समाज , राजनीति और अस्मिता की चेतना में आए फ़र्क की तफ़सील एवं पड़ताल इन कविताओं में उपलब्ध है। प्रस्तुत समाज की मुश्किलों , घर-बार की प्रेमिल छबियों , लोकतांत्रिक संकटों के बीच राजनैतिक विद्रूपताओं , पतन और करतबों को संग्...