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लेनिन पर कविताएं

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  लेनिन आमतौर पर रचनाकार अपनी रचना का नायक उस व्यक्ति को बनाते हैं जो अतीत हो चुका हो। लेकिन कुछ विभूतियां ऐसी भी हुई हैं जिन्होंने अपने जीवन में ही वह नायकत्व प्राप्त कर लिया जिसके चलते वे रचनाकारों की रचनाओं और लोकगीतों तक में अपनी जगह बना लिया। लेनिन ऐसे ही व्यक्तित्व हैं। न केवल रूस बल्कि दुनिया के तमाम जाने अंजाने कवियों ने लेनिन पर कविताएं लिखीं। यह बात सर्वविदित है कि लेनिन सर्वहारा के पक्षधर थे। लेनिन के प्रयासों से ही रूस की सत्ता आभिजात्य वर्ग की जकड़बंदी से मुक्त हुई और मजदूरों एवं किसानों ने पहली बार सत्ता अपना वर्चस्व स्थापित किया। दुनिया में यह अजूबा पहली बार हुआ था। इस तरह लेनिन ने ही दुनिया में पहले समाजवादी राज्य की नींव डाली। शंभूनाथ शुक्ल ने लिखा है शौकत उस्मानी की पुस्तक, ‘मेरी रूस यात्रा’ के हवाले से लिखा है तब बोल्शेविक क्रांति के अग्रदूत लेनिन सोवियत देशों के संघ को मजबूत कर रहे थे। उनसे मिलने एक भारतीय राजा महेंद्र प्रताप आया। उस राजा के साथ उसका नौकर उस पर चँवर डुलाते हुए पीछे लगा था। लेनिन के कक्ष में घुसते ही राजा ने लेनिन की तरफ़ अपना हाथ बढ़ाया। कि...