अर्नेस्तो कार्देनालकि की कविता 'निकारागुआ का गीत'
अर्नेस्तो कार्देनाल |
अर्नेस्तो कार्देनाल
अर्नेस्तो कार्देनाल (जन्म 20 जनवरी, 1925, ग्रेनेडा, निकारागुआ - मृत्यु 1 मार्च, 2020, मानागुआ, निकारागुआ)
निकारागुआ के एक क्रांतिकारी कवि और रोमन कैथोलिक पादरी थे। उन्होंने पहले निकारागुआ के जेसुइट स्कूलों में, फिर मैक्सिको और कोलंबिया विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। धार्मिक रूपांतरण से गुजरने के बाद, 1957 में उन्होंने केंटकी, मैक्सिको और कोलंबिया में धर्मशास्त्र का अध्ययन किया और उसके बाद, 1965 में निकारागुआ में पादरी नियुक्त हुए।
एक राजनीतिक कार्यकर्ता और सृजनशील चिंतक के रूप में, कार्देनाल ने सान्दिनिस्ता छापामारों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखा, और साथ ही निकारागुआ के एक द्वीप पर अवर लेडी ऑफ़ सोलेंटिनाम की अपनी इसाई बस्ती में ईसाई धर्म प्रचारक के रूप में, मुक्ति धर्मशास्त्र (रिवोल्यूशन थियोलोजी) को व्यवहार में उतारते रहे। 1977 के अंत में, बढ़ती नागरिक हिंसा के बीच, वे निकारागुआ से भाग कर पड़ोसी देश कोस्टारिका चले गए, जहाँ उन्होंने क्रांतिकारी आंदोलन की ओर से अपने प्रयास जारी रखे।
कार्देनाल ने सान्दिनिस्ता क्रांति में सक्रिय रूप से भाग लिया, और जुलाई 1979 में अनास्तासियो सोमोज़ा की तानाशाही के अंतिम पतन के बाद, वे अपने देश निकारागुआ लौट आए और नई सरकार में संस्कृति मंत्री बने। इस पद पर उन्होंने कविता और रंगमंच की लोकप्रिय कार्यशालाओं का आयोजन किया और सान्दिनिस्ता के राजनीतिक विचारों को प्रचार-प्रसार किया।
1985 में पोप जॉन पॉल द्वितीय ने मार्क्सवाद-प्रभावित सान्दिनिस्ता सरकार में उनकी भागीदारी और, जाहिरा तौर पर, मुक्ति धर्मशास्त्र के उनके समर्थन के लिए कार्देनाल और कई अन्य पादरियों को निलंबित कर दिया। 1994 में कार्देनाल ने सान्दिनिस्ता फ्रंट से इस्तीफा दे दिया। आखिरकार 2019 में पोप फ्रांसिस ने बीमार कार्देनाल के खिलाफ़ सभी प्रतिबंधों को हटा दिया, प्रभावी रूप से उन्हें एक सक्रिय पादरी के रूप में बहाल कर दिया।
एपिग्रामस (1961) में संकलित उनकी शुरुआती कविताएँ निकारागुआ में सोमोज़ा शासन की अनर्थकारी हिंसा की निंदा करती हैं, जबकि व्यंग्य की बेहतरीन भावना के साथ लिखी गई कुछ प्रेम कविताएँ हैं। बाद की रचनाओं में कार्देनाल ने एक अलागावग्रस्त दुनिया के प्रतीक के रूप में सरल वाक्यांशों और सोदेश्य नारों का उपयोग करना शुरू कर दिया।
साल्मोस (1964; संघर्ष और मुक्ति के सुविचार) की कविताएँ डेविड के बाइबिल के सुसमाचारों का कार्देनाल द्वारा पुनर्लेखन का संकलन हैं जिनमें आधुनिक समय की बुराइयों की आलोचना की गयी है। ये कविताएँ, उनकी कई अन्य कविताओं की तरह, उनके क्रांतिकारी राजनीतिक उत्साह और उनके धार्मिक विश्वास के बीच अंतरसंबंध को व्यक्त करती हैं।
ओरासिओन पोर मर्लिन मुनरो, वाई ओट्रोस पोयमास (1965; प्रेयर फॉर मर्लिन मुनरो, एंड अदर पोयम्स) में, पहले के भविष्यसूचक स्वर को समकालीन घटनाओं से जोड़ा गया है: फिल्म अभिनेत्री मर्लिन मुनरो की मृत्यु एक उदाहरण है जिसे कार्देनाल पूंजीवादी व्यवस्था के अमानवीय भ्रष्टाचार के रूप में देखते हैं।
उनकी कविता के अन्य संकलनों में "द डाउटफुल स्ट्रेट", होमेज टू द अमेरिकन इंडियंस, और "ओरेकल्स अबाउट मानागुआ" शामिल हैं। टू लिव इज़ टू लव, दार्शनिक निबंधों की एक पुस्तक, और इन क्यूबा, 1970 में वहां की उनकी यात्रा वृत्तांत, उनकी गद्य रचनाएँ हैं। उनकी कविताओं का सभी प्रमुख यूरोपीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
उन्हें कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए। रूबेन डारियो के बाद उनको निकारागुआ का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कवि माना जाता है। टाइम्स लिटरेरी सप्लीमेंट में उन्हें "स्पेनिश अमेरिका में अपनी पीढ़ी का सामाजिक रूप से प्रतिबद्ध उत्कृष्ट कवि" बताया गया है।
जीरो आवर्स
'जीरो आवर एंड अदर डॉक्यूमेंट्री पोयम्स' निकारागुआ के जोशीले मार्क्सवादी पादरी अर्नेस्तो कार्देनाल की आठ लंबी दस्तावेजी कविताओं का संकलन है जिसका स्पेनिस से अंग्रेजी अनुवाद जोनाथन कोहेन और डोनाल्ड डी. वाल्श ने किया है। ये कवितायें सदियों से गरीबी, शोषण-उत्पीड़न और तानाशाही के साए में जी रही निकारागुआ और स्पेनिस अमरीका की जनता के दिल की आवाज और अपने युग का राजनीतिक वृतचित्र हैं। एक चौथाई सदी के दौरान लिखी गयी, ज़ीरो आवर संकलन की कविताएँ नवउपनिवेशिक तानाशाही शासन के अंतर्गत आम जनता के अमानवीय शोषण और उनके प्रति क्रूर उदासीनता के खिलाफ निरंतर संघर्ष का एक महाकाव्यात्मक दस्तावेज प्रस्तुत करती हैं। यह विदेशी दखलंदाजी, दुरभि संधि और निर्मम लूट के खिलाफ प्रतिरोध कविता का एक ज्वलन्त उदहारण है।
'निकारागुआ का गीत'
सान्दिनिस्ता राष्ट्रिय मुक्त मोर्चा (एफ एस एल एन) के लिए
अर्नेस्तो कार्देनाल
मई के महीने में थ्रश चिड़िया गाती है सुबह-सुबह
जब बारिश शुरू हो रही हो,
लेकिन जुलाई की शाम को, जब दिन की बारिश ख़त्म होती है, थ्रश का मधुर और स्वछन्द गान
सुनाई देता है उत्तर में। बाद में,
तुरही जैसी सुरीली जेनेट, कैसिडिक्स निकारागुएंसिस
(एक निकारागुआई चिड़िया) नीली-काली-बैंगनी उड़ती है
अक्टूबर या नवम्बर में, निकारागुआ के गाँव में।
एक सर्वहारा चिड़िया - कभी कोई ठाटबाट नहीं
गरीबों के बीच पायी जाने वाली।
"गलकटी-चिड़िया" (गर्दन पर लाल छींटे वाली)
बागों में गाती है।
लाल कलगी वाली काली मखमली टोलेडो चिड़िया
गाती है टो-ले-डो टो-ले-डो, कॉफ़ी के बगान में।
पिजुल, अपने पंखों में रात की रंगत लिए गाती है
पी-हूल पी-हूल पी-हूल
(और मवेशियों के किलनी खाता है)।
भिखमंगी-चिड़िया पुकारती है
ट्रेस-पेसोस, ट्रेस-पेसोस, ट्रेस-पेसोस।
छोटी ओरिओल अपनी पूँछ झुका कर खेतों में गाती है
और हर चाँदनी रात में कब्रिस्तानों और खण्डहरों में विलाप करते हैं उल्लू।
एस्कोन्डिडो नदी की "कर्कशा"-- हमेशा छुपी हुई
उसकी कूक तो सुनाई देती है, लेकिन कभी दिखाई नहीं देती।
क्योरिंगुआस की पहाड़ियों में क्वेटजल चिड़िया...
गर्मियों में इगुआना अपने अंडे देती हैं।
सर्दियों की शुरुआत में पैदा होती हैं छिपकलियाँ।
मई की पहली बारिश के साथ ही टर्र-टर्र करने लगते हैं मेंढक।
जून में थ्रश अपना घोंसला बनाती है।
घड़ियाल जिनकी आँखें चमकती हैं रात में फॉस्फोरस की तरह जुलाई में अंडे देते हैं
जब कछुए समुद्र तट के किनारे दबाते हैं अपने बच्चों को
अमावस की रातों में। फिर आते हैं अन्धड़।
यह है झंझावात का मौसम। खुशनुमा झमाझम बारिश का।
"जस्ट जज" नाम पड़ा है जिस चिड़िया का (उसके गाने पर) जस्टो-जज
गाती है जस्टो-जज, जस्टो-जज, जस्टो-जज
पूरे सितम्बर कंटीली तारों की बाड़ पर।
और सितम्बर में प्रवासी अबाबील झुण्ड के झुण्ड उतरते हैं झील पर।
अक्टूबर में जब कंटीली पूँछ वाली बत्तखें आती हैं अबाबीलें चली जाती हैं
जो सबसे पहले सड़कों के किनारे टेलीफोन के तारों पर लगाती हैं मजमा।
कौवे नवम्बर में माटागल्पा से हो कर गुजरते हैं
और वे मई में लौटते हैं जब मकई कच्ची होती है
इसके मुलायम भुट्टे खाने के लिए, एक कम्पासिनो (किसान) ने बताया।
दिसम्बर में कीटनाशकों की गन्ध होती है हवा में
और दिसम्बर में ही जेनेट (ग्रैकल) अपने अंडे देती हैं
(मार्च में निकलते हैं उनके बच्चे, और उनके घोंसलों में कोलाहल होता रहता है पूरी गर्मी ताड़ के पेड़ पर)।
जनवरी में गोल्डन ओरिओल्स बनाना शुरू करती है--
पिजिवे पाम के पेड़ पर लटके साफ सुनहरे घोंसले;
वे अंडे देती हैं फरवरी में और उसके बाद
अक्टूबर में उनके वीरान घोंसले जैसे
किसी गाँव में त्याग दी गयी फूस की झोपड़ियाँ
तेज आँधी से तहस-नहस होने से बचने के लिए।
फरवरी में देवदार के फूल खिलते हैं
और अटलांटिक तट पर बूएनोस-दियास (सुप्रभात) गाती है घोंसला बनाते हुए।
सोलेंटिनम में मार्च में झील के ऊपर खिलते हैं ओक के पेड़
लड़कियों के होठों की तरह गुलजार।
और गर्मियों में-- चिचिटोटे सबसे प्यारा गाती है
निकारागुआ में चिड़ियों का गीत
और कुकुरुची गरमी के घोंसले बानाते हुए अपना नाम गाती है
जबकि ब्लूफील्ड्स खाड़ी में शेलफिश पकड़ने का काम होता है- मार्च और अप्रैल में-- और
ओकोटल में, अप्रैल में, क्वेटजल चिड़िया अपने बच्चों को पालती है।
लेकिन एक दूसरे देश को लगा कि ये सारी दौलत उसे ही चाहिए।
1911 में लिए कर्ज के बदले निकारागुआ को अपना सीमा शुल्क अधिकार
और नेशनल बैंक के संचालन का अधिकार सौंपना पड़ा
उन कर्जदाताओं को जिन्होंने सुरक्षित रखा
इस पर कब्ज़ा करने का अपना अधिकार। 1912 में
उसने रेलमार्ग भी गिरवी रख दिया। 2 फरवरी, 1911 को
बैंकिंग समूह ब्राउन ब्रदर्स एंड कम्पनी की हम में रुचि पैदा हुई। एक कर्ज चुकाना
मतलब एक और कर्ज लेना। और यह सिलसिला जारी रहा।
(एक बार अन्दर जाने के बाद बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं।)
बैंकर शिकारी बाराकुडास मछलियों की तरह इकट्ठे हो गये।
नौसैनिक उतरे "व्यवस्था बहाल करने के लिए"
और वे 13 वर्षों तक निकारागुआ में रहे।
रेलमार्ग, सीमा शुल्क, बैंकों पर नियंत्रण ही काफी नहीं था।
निकारागुआ ने अपना भूक्षेत्र तक बेच दिया।
35 डॉलर प्रति सप्ताह पर एडोल्फ़ो डियाज़,
एंजेल्स माइनिंग कम्पनी का एक कारिन्दा, "पूँजीपति" बन गया
"क्रान्ति" की बदौलत और 600,000 डॉलर कर्ज दिया "इस मकसद" के लिए।
ब्राउन ब्रदर्स के कर्ज की अदायगी की गयी
सीमा शुल्क राजस्व से।
भ्रष्टाचार, राष्ट्रीय भ्रष्टाचार बैंकरों का भोज था
गिद्धों का भोज
सुबह के कोट में गिद्ध-सज्जनों का गिरोह।
राजनेता- अन्धे चमगादड़ों की तरह जो लटके रहते
अन्धेरे में हम पर मलत्याग करने और हम पर पेशाब करने के लिए
चमगादड़ों का मल और मूत्र रात की तरह काले
काली हवा को झटकते हुए काले डैने।
500,000 डॉलर और कर्ज लिए गये एक्सचेंज को टिकाऊ बनाने के लिए
लेकिन—ओह, बैंकरों का भोज-
और पैसे को न्यूयॉर्क से बाहर जाने की जरूरत भी नहीं।
इस बन्धक-पत्र में शामिल था देश को बैंकरों के हाथों में सौंपना
1911 के कर्ज के बदले समझौता करके स्थापित किया गया
एक राष्ट्रीय बैंक जो विदेशी बैंकरों के हाथों से कभी बाहर नहीं निकला।
ब्राउन ब्रदर्स गये और उन्होंने जो भी "कागज" चाहा उसे खरीदा
(मेरा मतलब है कि उन्हें जो कागज़ी मुद्रा चाहिए थी) 20 पेसो प्रति डॉलर के भाव
जबकि उन्होंने 12.50 पर बेचा, जो कागज उन्हें चाहिए था,
जिसका मतलब है कि 20 पेसो की कीमत एक डॉलर थी (और वे जितने चाहें उतने खरीद सकते थे) लेकिन जब उन्हें वापस बेचते
(जो वे अपनी मर्जी से कर सकते थे) तो उनकी कीमत एक डॉलर साठ की थी। यानी
उन्होंने जो पैसा सस्ते में खरीदा, उसे महँगे दाम पर बेचा
निकारागुआ से खरीदा और वहीं बेचा
जिससे हमारी कीमतें बढ़ गईं-- मक्का, आवास, शिक्षा,
मनोरंजन, रेल टिकट।
बैंकर-माफिया की लूट इसी तरह काम करती थी।
उन्होंने गैंगस्टरों की तरह हमारी राष्ट्रीय मुद्रा पर हमला किया।
और फिर बैंकरों ने देश को उसका ही पैसा कर्ज दिया
6% ब्याज पर।
राष्ट्रीय राजस्व-- उन विदेशी बैंकरों द्वारा एकत्र किया गया
और जमा किया गया उन्हीं विदेशी बैंकरों के कब्जे वाले
राष्ट्रीय बैंक में और वितरित किया गया उन्हीं विदेशी बैंकरों द्वारा
अमरीकी विदेश मंत्री के साथ मिल कर
(जो खुद एंजेल्स माइनिंग कम्पनी का शेयरधारक था)
मॉर्गन द्वारा होंडुरास के करों की उगाही की तरह
मॉर्गन भयावह
जंगली सूअर की तरह बकोटने वाला
या तेंदुआ की तरह हवा में छलांग मारने वाला।
बाद में राष्ट्रीय भूक्षेत्र भी बेच दिया गया (ब्रायन-चैमोरो संधि के तहत) 30 लाख डॉलर में,
जो सीधे विदेशी बैंकरों के हाथों में चला गया।
(जिसके तहत संयुक्त राज्य अमरीका ने विशेष अधिकार प्राप्त किया
हमारे देश के एक नहर क्षेत्र, 2 कैरिबियन द्वीपों
और एक नौसैनिक अड्डे पर
30 लाख डॉलर में – नगदी बैंकरों के पास—
सीमा शुल्क कर्जदाताओं के हाथों में
अनिश्चित अवधि के लिए बना रहा-- जब तक कि सभी कर्ज चुकाए नहीं जाते—
और कर्जदाताओं ने नेशनल बैंक का अधिग्रहण कर लिया, इसी तरह
स्टेट रेलरोड से भी उन्होंने 1 मिलियन डॉलर से अधिक 51% ब्याज वसूला,
और आखिर में राष्ट्र का निर्माण करने वाली
सभी चीजों में से केवल झंडा ही बचा।)
अन्धेरी रात। केरोसिन के बिना झोपड़ी।
कोई उल्लू विलाप के सुर में बोलने लगा देश भर में।
छोटे पिजुल का गीत दबा दिया गया।
वास्तविक कब्जे की कोई जरूरत ही नहीं थी
वित्तीय वर्चस्व ने सरकारों को संतुष्ट कर दिया (डियाज़ से ले कर
वर्तमान राष्ट्रपति तक सभी राष्ट्रपतियों पर अधिकार जमाने के साथ ही)
जोखिम या खर्च के बिना कब्जे के सभी लाभ दिये गये।
"जब तक कोई केवल शब्दों के साथ नहीं खेलता"—
लगभग 1928 में कहा था एक प्रोफेसर ने, डेली न्यूज़ को पेरिस में—
"किसी को भी संदेह नहीं है कि निकारागुआ की स्वतंत्रता अस्तित्वहीन है।"
निकारागुआ में पूँजी निवेश करना और फिर हिफाजत करना
अमेरिकी निवेश का, विदेश विभाग का काम था।
आर्थिक विस्तार के उद्देश्य से राजनीतिक विस्तार—
आर्थिक विस्तार क्योंकि पूँजी संयुक्त राज्य अमरीका में
पर्याप्त मुनाफा नहीं कमा पाती
या निकारागुआ में जितना कमा सकती है उतना नहीं कमाती।
यानी-- साम्राज्यवाद की दखलन्दाजी निवेश के लिए या निवेश के लिए दखलन्दाजी।
कूटनीति ने देश को बैंकरों के जरिये अधीन बनाये रखा
और बैंकरों ने कूटनीति के जरिये निकारागुआ से पैसा निचोड़ा।
विलाप करने वाले गिद्ध सुबह की पोशाक में इकट्ठा हुए।
निकारागुआ के सकल घरेलू उत्पाद के इर्दगिर्द – जैसे खून की गन्ध पा कर शार्क।
आन्तरिक अव्यवस्था और भ्रष्टाचार ने विदेशी हस्तक्षेप को बढ़ावा दिया,
परिणामस्वरूप विदेशी हस्तक्षेप ने अव्यवस्था और भ्रष्टाचार को
बढ़ावा दिया और उन्हें विकसित किया
(जो आपके चेहरे पर घूरता है)।
और इसी वजह से—
साम्राज्यवाद एक ब्याकुलकारी और विघटनकारी तत्व है,
जो पिछड़ेपन, भ्रष्टाचार आदि को बढ़ावा देता है, निकारागुआ में—
संधियों, संविधानों, न्यायिक निर्णयों का उल्लंघन करता है,
गृहयुद्ध को भड़काता है, चुनावों में हेराफेरी करवाता है, रिश्वत देता है
इसने चोरों को बचाया, राजनीति को वेश्यावृत्ति में बदला, लोगों को कंगाल बनाया
यूनियनों को बाधित किया, जनता की मर्जी के खिलाफ अपने दलालों को सत्ता में लाया—
इस तरह जीवन निर्वाह का खर्च बढाया,
उत्पीड़न का बचाव किया और मौत लाया।
इस प्रकार निकारागुआ ने देखा (जब सान्दिनो सामने आया) कि
उसके भूक्षेत्र का एक हिस्सा अलग हो गया, विदेशी कर्ज
आसमान छूने लगा, वित्तीय जीवन पूरी तरह से
न्यूयॉर्क के बैंकरों के अधीन हो गया और कोई प्रगति नहीं।
पूरा देश
भगवान की कृपा से अब अन्तरीप जैसा हो गया है—
झोपड़ियों की एक कतार, एक सड़क, और उसमें, समुद्र से छह फीट दूर,
एक गिद्ध मछली की आँत के लिए एक कुत्ते से झगड़ रहा है।
मैंने कहा कि इगुआना (गोह) अपने अंडे देते हैं... यह एक प्रक्रिया है।
उन्होंने (या फिर मेंढकों ने) कार्बोनिफेरस युग की खामोशी में
पहली आवाज़ निकाली
यहाँ, पृथ्वी पर पहला प्रेम गीत गाया
चाँद के नीचे पहला प्रेम गीत गाया
यह एक प्रक्रिया है।
सितारों से शुरू हुई यह प्रक्रिया।
उत्पादन के नये संबंध-- वह भी
प्रक्रिया का हिस्सा है। उत्पीड़न। उत्पीड़न के बाद मुक्ति।
क्रान्ति सितारों में शुरू हुई। लाखों प्रकाशवर्ष दूर। जीवन का अंडा एक है।
गैस के पहले बुलबुले से इगुआना के अंडे तक, नये मनुष्य तक।
सान्दिनो को गर्व था कि वह पैदा हुआ था "उत्पीड़ितों के गर्भ से"
(निकिनोहोमो की एक मूल निवासी इंडियन लड़की के गर्भ से)।
उत्पीड़ितों के गर्भ से क्रान्ति जन्म लेगी।
यही प्रक्रिया है।
नर पेलिकन (हवासील) मादा को आकर्षित करने के लिए अपनी छाती फुलाता है
संभोग से पहले।
लेकिन यह प्रक्रिया अभी भी आगे बढ़ती है--
चे ग्वेरा मौत से परे मुस्कुराता है जैसे कि अभी-अभी लौटा हो पाताल लोक से।
"महोमेट का स्वर्ग" जिसके बारे में गेज ने बताया था
मैं आपसे कहता हूँ कि स्वर्ग बिक चुका है।
प्रतिश्रुत देश को लेतिफ़न्दिसतास (भूस्वामियों) ने आपस में बाँट लिया!
वह भूमि जहाँ मैं रहता हूँ, बिल्कुल
टिगुइलोटेरा कबूतर या बड़े पैर वाले कबूतर की तरह।
निन्दिरी, निक्विनोहोमो, मोनिम्बो
नंदाइमे, दिरिया, दिरियोमो।
हमारे बचपन का बैल जिसे डारियो ने एक बार झाग निकालते हुए देखा था।
शोर मचाने वाली मोरनी जिसे हमने बचपन में सुना था।
ऊँची आवाज़ में गाली-गलौज करते, हम तरावट के लिए नदी के मुहाने पर जाते थे।
कैक्टस की झाड़ियों में "कैक्टस-हॉपर"।
नीलकंठ आम के पेड़ पर लड़ते-झगड़ते, घोंसलों को लूटते हुए।
हरे तोते एक शाखा पर, चीखते हुए पत्तों की तरह;
और जब वे ऊपर उठते हैं तो लगता है कि शाखा उड़ रही है!
सूखे खंभे पर एक कुर्रे चिड़िया की आवाज़ जिसका मतलब है सूखा।
शाम के 5 बजे और तोर्तिला बनने की थाप
और तवे से आती तोर्तिला की महक
और लकड़ी के धुएँ की गन्ध। वह समय
जब धोबिनें लैगून से निन्दिरी लौटती हैं।
मानागुआ झील के ऊपर बगुलों की उड़ान।
जिस घड़ी जब मैं टाइपिंग स्कूल से मिलने जाता था अपनी प्रेमिका से
वह घड़ी जब पहली लाइट जलती है, और
तोते का आखिरी जोड़ा घर की ओर उड़ान भरता है।
मानागुआ-- लम्बे बालों वाला रूबेन, प्रेमिका के साथ, घाट पर
सफेद और भूरे बगुलों को देख रहा है।
शाम की हवा का कोमल स्पर्श।
वह अपने "भूरे बगुले" के साथ। पहला चुम्बन।
हम निकारागुआई लोग कितनी बार विदेशों में शराब पीते हुए कहते हैं
कि "हमारा देश गन्दगी से भरा हुआ है"? सस्ते होटलों में
जहाँ निर्वासित लोग मिलते हैं, लेकिन फिर
हम याद करने लगते हैं तमले और ट्रिप सूप
धनिया और जंगली मिर्च के साथ, दिसम्बर में पुरीसिमा के गीत
(खिलते हुए मैड्रोनो (स्ट्राबेरी) की खुशबू के साथ)
नीली-नीली झील और झील पर सफेद-सफेद
पाल की तरह बगुले की उड़ान
या बगुले जैसी छोटी नाव को और
मई की खुशबू के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं—
निकारागुआ की गर्मी और गन्ध बरसात का
आँगन और छत की गीली टाइलें
टिक टिक टिक टिक टिक टिक टिक टिक
छत से पानी टपकने की हल्की आवाज़
स्टीमशिप विक्टोरिया की सीटी जब वह ग्रेनेडा के पास पहुँचती है
एक ऐसी धरती-- हमने कहा-- जो बेहतर किस्मत की हकदार है।
और कोई इस बारे में भी सोचता है--
दूर से लोहे के गुलाब की तरह दिखने वाली पवन चक्कियाँ,
खुले देहात में रेलवे इंजन द्वारा गाया जाने वाला गीत,
मवेशियों को घर लाना, सुबह-सुबह दूध दुहना,
महिलाओं की नावों में पनीर की महक
घास के मैदान में तिरछी टेलीग्राफ़ पोल की कतार...
घाट पर विक्टोरिया, या टाका जहाज।
फूलों से लदा कपास का एक खेत, बर्फ की तरह दिखता,
उसमें काम कर रहा एक ट्रैक्टर
जिसकी पृष्ठभूमि में मोमोटोम्बो ज्वालामुखी।
और लियोन जाने वाली छोटी डीजल ट्रेन झील के किनारे से गुजरती हुई।
या--
डूबते सूरज की रोशनी से जगमगाता मोमोटोम्बो
नारंगी-पीली झील, जैसे मोजारा मछली का शल्क
माटियर में मछली पकड़ता एक नौजवान
और लियोन ट्रेन की सीटी।
रूबेन हमेशा मोमोटोम्बो से मानागुआ तक
एक छोटे स्टीमर में यात्रा करता था। सफेद और भूरे बगुलों को निहारता,
प्यारी औरतें। छोटे सैलून में कॉकटेल या कॉन्यैक पीते हुए, वह हमें बताता है।
फूलों ने उसके अन्दर कामुकता की भावना को जगाया।
कॉफी के बागान में, चॉकलेट के रंग की एक लड़की ने
उसे तुमड़ी में साफ पानी दिया। उसने देखा कि तुमड़ी पर
ढाल, पक्षी, अक्षर, फूलों के पैटर्न, ज्यामितीय डिजाइन उकेरे हुए थे।
मसाया ने उसे हाफ़िज़ की याद दिलाई-- बगीचों में फूल,
महिलाओं के बालों में फूल; मेयर ने मुख्य सड़क को भर दिया था फूलों से।
ज्वालामुखी मसाया-- निन्दिरी के करीब खड़ा है।
(विक्टर ह्यूगो कहते हैं कि पुराने ज़माने में,
मोमोटोम्बो मसाया के भगवान से प्यार नहीं करता था क्योंकि
वह बहुत क्रूर था।)
ओह मुझे मत मारो... ओह मुझे मत मारो...
ओय मम्मी! तुम मुझे मार डालोगे... ओय मम्मी! उसका चेहरा
एक जर्द लोथ। नाक-गाल-ललाट सब एक जर्द लोथ। बाईं आँख
लगभग बाहर आ गयी। और मेजर-- उसे जोर से मारो...
उसे जोर से मार
उसे मार डालो! अपनी ही कार्बाइन के बट से पीटते हुए, चिल्लाते हुए--
उसे जोर से मारो! जोर से! जोर से! मार डालो कमीने! मार डालो
उसे मरना ही है। सैनिक उसे बिजली के तारों के बंडलों से पीटते रहे।
वह वहाँ नंगा पानी के कुंड में पड़ा था।
उसे मारो! उसे जोर से मारो! मार डालो...
मार डालो... मार डालो... और फिर उसने खुद ही तार ले लिए।
और उसे लात मारना शुरू कर दिया। सीधे दिल पर। कमीने,
मैं तुम्हें जल्द ही मार डालूँगा
(और मेजर ने उसकी गर्दन के चारों ओर एक स्टील का तार लपेट दिया)।
लड़का पन्द्रह गज भागा और गिर गया। बाईं आँख आधी बाहर आ गयी।
उसके चेहरे का दाहिना हिस्सा इतना सूजा हुआ था
कि ऐसा लग रहा था जैसे वह गर्दन से सट गया हो।
वह खुद को शौचालय तक घसीटता हुआ ले गया। और मर गया।
शव को मसाया ज्वालामुखी के गड्ढे में फेंक दिया गया--
मसाया का "नरक", जैसा कि स्पेनवासी इसे कहते थे। ओविदो,
जिसने इसे देखा था-- "इस विराट गड्ढे के सबसे गहरे
और सबसे दूर के हिस्से में एक पिघलती आग थी,
पानी की तरह स्थिर, लाल गर्म अंगारों से भी अधिक चमकदार--
और सच कहें तो आग से कहीं ज्यादा धधकती हुई--
और उबल रही थी, हर जगह नहीं बल्कि इधर-उधर,
एक जगह से दूसरी जगह उबलती हुई, एक छोर से दूसरे छोर तक
लगातार खदबदाती हुई आवाज़ के साथ।
मूल निवासी इण्डियन मुखिया निन्दिरी के अनुसार, कभी-कभार
एक नंगी बूढ़ी डायन गड्ढे से बाहर निकलती थी, उन्हें बताने के लिए
कि वे जीतेंगे या नहीं, या फिर बारिश होने वाली है
और बहुत सारा अनाज उपजेगा-- और वे एक आदमी को फेंक देते थे
बलि के रूप में-- या शायद दो, या उससे ज़्यादा,
शायद कुछ महिलाएँ और कुछ लड़के और लड़कियाँ भी। लेकिन
जब से ईसाई आए हैं, वह बूढ़ी डायन बहुत कम ही जागती है।
वास्तव में शायद ही कभी। यह कहते हुए कि ईसाई
सभी बुरे हैं और जब तक वे चले नहीं जाते, वह इण्डियनों से नहीं मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि वह बहुत बूढ़ी और झुर्रीदार थी, उसके स्तन
नाभि तक लटक रहे थे; बाल कम और पीछे लटके हुए; दाँत लम्बे और तीखे,
कुत्तों की तरह; त्वचा इण्डियनों से कहीं अधिक काली थी;
आँखें धँसी हुई, चमकती हुई...
"क्योंकि शैतान "शुरू से ही हत्यारा था।"
फिर डॉन मैनुअल ज़वाला थे, जो न्यूयॉर्क में स्व-निर्वासित थे
20 साल की उम्र से, 75 साल की उम्र में कह रहे थे कि जब तक
गैंगस्टर सत्ता में रहेगा, वे निकारागुआ नहीं लौटेंगे
(कभी उन्हें नाम से नहीं पुकारा-- बस "गैंगस्टर");
जब वे बीमार थे, तो वे अपनी बहनों के घर वापस आ गये, गैंगस्टर
अभी भी सत्ता में थे; गैंगस्टर के शासन में अपने प्यारे ग्रेनेडा में मरने के लिए।
कोरोनेल ग्रेनेडा में एक बूढ़े व्यक्ति को जानते थे, जिन्होंने कहा था
(जो अक्सर कहते थे)-- "काश मैं एक विदेशी होता, ताकि मैं घर जा सकता।"
या गिल्बर्टो जो कहीं भी प्रवास का सपना देखते थे; जैसे कि इंग्लैंड,
"लेकिन साथ में जहाँ पर निकारागुआ झील, ग्रैकल,
ग्रेनेडा-से-मानागुआ ट्रेन, युक्का की झाडी में सूअर का शोर और कोरोनेल उर्टेचो भी रहें।"
गहरे नीले पानी पर पाल और बगुले।
विलियम के शब्दों में, नीली जींस के रंग की एक झील।
ऐसी सुन्दरता निश्चित रूप से हमें प्यार के लिए दी गयी थी।
सैन उबाल्डो के साथ झील के बीच में एक नाव...
कोलोन की ओर जलमुर्गियाँ।
चाँदनी में झील।
झील के ऊपर चाँद, पानी चाँद के रंग का।
इतनी सुन्दरता-- समानता के पक्ष में।
(एक शान्त रात में झील, और दूर एक मोटर बोट।)
हम सब झुण्ड बना कर सुन्दर जलाशयों में मछली पकड़ने जाते थे।
"... वह जमीन जो मैं तुम्हें दूँगा... यहोवा ने कहा"
और वहाँ पुराने डूबे हुए जहाज के मलबे हैं
जो फिलिबस्टर्स विलियम वाकर या ट्रांजिट कम्पनी के ज़माने के हैं,
वेंडरबिल्ट के पुराने पैडल-स्टीमर जिनमें अब शार्क अंडे देती हैं
शायद खरपतवारों और बत्तखों की बीट के बीच केवल चिमनी दिखाई देती है।
(वेंडरबिल्ट को निकारागुआ बोलना भी नहीं आता था। वह "निकारागे" कहता था।)
मोयोगल्पा में जहाजघाट सड़ गया..
भूमि वेश्या नहीं है
लेकिन अब उन्होंने उसे एक भूत को बेचने की कोशिश की
एक होटल में एकांतवास करने वाले भूत-- हॉवर्ड ह्यूजेस को।
हालाँकि मोयोगल्पा में जहाजघाट सड़ गया
काले फासले बचे थे जिसे चाँदनी में फाँदना पड़ता था;
वह नाव जो भोर में सैन मिगुएलिटो पहुँचता था--
वे जहाजघाट पर काली कॉफी बेचते थे, और तोर्तिला के साथ तली हुई मछली
सूरज उगते ही, पेड़ों की परछाई शान्त पानी में झलकती थी।
मछली पकड़ने की बंसी (लाल और सुनहरी मोजारा मछली) लिये एक लड़का।
हमसे ज़मीन चुराई गयी।
बैंकर, सोमोज़ा खानदान, कम्पनियाँ - उन्होंने
इसे चुराया, और हर दिन चुराते हैं।
मेरी मातृभूमि, इसकी नदियाँ, मेरी प्यारी नदियाँ-- झोपड़ियाँ
समुद्र तट पर पड़ी डोंगियाँ और सुखने के लिए बाहर टंगे
कपड़े, शौचालय पानी में प्रतिबिंबित होते हैं
और उसी तरह नीचे की ओर जाती, काँच की चादर को काटती
एक नाव की परछाई, झलकती है
(इसमें लाल रंग की पोशाक पहने एक महिला)
और कॉफी के रंग की समुद्रतटीय मुर्गी
नींबू जैसे पीले पंख, तकुए जैसी टांगो वाली,
बड़ी जलकुम्भी के ऊपर चतुराई से कदम बढ़ाती हैं
खुद एक फूल की तरह हल्की।
तट के पास पानी गुआपोटे मछली के शल्क के रंग का है
जहाँ सोरोकोंटिल का पीला फूल खिलता है
उड़ता हुआ एक नीला तोता
एक सुई-बत्तख तैरती हुई गुज़रती है (साँप जैसी गर्दन और तीखी चोंच वाली)
एक नाव जिसमें एक मोटर लगा है तेजी से गुज़रती है
और एक बगुला चौंक कर बाहर निकलता है।
देवदार के फूलों की खुशबू।
नदी के किनारे आराघर की घनघनाहट।
किनारे पर सफ़ेद बगुले, हर एक की सफ़ेद छाया प्रतिबिम्बित होती है।
नया चाँद एक पतले बगुले से ज़्यादा चौड़ा नहीं होता।
एस्कोन्डिडो में अँधेरा छा जाता है और कुआको चिड़िया चीं-चीं करती है।
यहाँ हमें एक देश का निर्माण करना होगा।
हम एक प्रतिश्रुत देश की दहलीज़ पर खड़े हैं
जहाँ दूध और शहद की धार बहती है-- एक महिला की तरह
मेल एट लैक सब लिंगुआ तुआ (तुम्हारी भाषा में शहद)
चुम्बन तब आता है जब उसे आना चाहिए और समय आने पर
"जो देश मैं तुम्हें दूँगा उसमें अपने भाई को अनपढ़ मत रखना
ताकि वह तुम्हारे कपास और कॉफी से फसल इकट्ठा कर सके। यहोवा ने कहा।"
क्रान्ति के लिए प्रतिश्रुत एक देश।
सभी चीजें सार्वजनिक हों
"जैसा कि हमारे प्रथम माता-पिता के पतन से पहले था"
मैंने हरे केले के बाग देखे हैं
और गन्ने एक अलग ही हरे रंग के।
कुछ गायों के साथ जैकेट घास का मैदान
और ओकोट देवदार के बीच से जाने वाला रास्ता...
मैंने यहाँ कला विद्यालय और नर्सरी स्कूल
खुलने का सपना देखा है।
मुझे जल कर पीली हो चुकी निचली पहाड़ियाँ याद हैं,
फिर कैलाबश के पेड़ों और कंटीली झाड़ियों वाले मैदान।
रात में जीप के सामने उछलती एक पोकोयो चिड़िया, हेडलाइट में चमकती उस चिड़िया की आँखें।
मुझे तेलपेनेका में कॉफी के बगान याद हैं। जलापा में तम्बाकू की खेती।
जिकारो, जहाँ
सोने की धूल और सफेद रेत पर बहती है कोको नदी।
जलापा से आगे, बालसम फ़िर के जंगल की खुशबू...
या, बस से झाँकने पर—
एक पवनचक्की, एक छोटा चर्च
पहाड़ी पर, एक देहाती कब्रिस्तान।
तोते हमेशा जोड़े में उड़ते हैं
और शाम के समय आकाश में अपनी भाषा में गपशप (या झगड़ा) करते हुए उड़ते हैं।
मुझे याद है, हालाँकि मुझे नहीं पता कि क्यों,
सैन राफेल डेल नॉर्टे की वह छोटी सी दुकान,
अँधेरा होने के बाद, जगमगा उठती थी,
जिसके अन्दर लड़कियों का एक समूह होता था।
मैंने देवदार के पेड़ों से ढके पहाड़ों को देखा, पहाड़ी कबूतरों की गूँज
और "छोटी विधवाओं" के गीत। वहाँ
क्विलाली के चौक में विमान का प्रोपेलर लटका हुआ है,
जिसे सान्दिनो के आदमियों ने गिराए थे
जो अब गाँव की घंटी के काम आता है। और वहाँ
मैंने "छोटी विधवाओं" का अकेला दुखद विलाप सुना। और वहाँ
सान्दिनो ने कम्पासिनो द्वारा महान सहकारी समितियों के संचालन का सपना देखा था
(इसके आगे-- मिस्किटो मूलनिवासियों की झोपड़ियाँ शुरू होती हैं,
कोको नदी के किनारे खंभों पर, पक्षियों के घोंसलों की तरह।)
घर, स्कूल, परिवहन, अस्पताल, सड़कें, पर्याप्त भोजन, जलविद्युत संयंत्र,
लेकिन फ़िलहाल केवल ताड़ के पत्तों की झोपड़ी में पहुँचने की सुन्दरता,
जब मच्छर भिनभिनाते हैं और पहला तारा निकलता है,
तो हमने एक चीते के पंजे का निशान देखा और पाया
कि झोपड़ी को त्याग दिया गया था।
और फिर, शाम की उदासी,
और मच्छर...
तुमा! ओह, तुमा देहात को
एक बार फिर देखना अच्छा लगा... खिली हुई कॉफी और मकई।
मार्च में भुट्टे नरम होते हैं।
कॉफी के बागानों पर धुन्ध और धुन्ध में
कॉफी के फूलों की सफेद खुशबू (नारंगी खिलने की तरह)
चिचिटोट चिड़िया
और "व्हिसलर" के गाने के साथ।
कैम्पेसिनो कैम्पेसिनो
आपके पास कितने प्यारे खेत हैं!
यह शर्म की बात है कि पूँजीपति उनके मालिक हैं।
या—
गहरे जले हुए खेत (सैन जोस दे लॉस रेमेट्स के नजदीक) जिसके आगे
देवदार और लिग्नम-विटे के पेड़ों के जंगल हैं और
टूकेन्स चिड़िया की आवाजें आ रही हैं।
और एक "शेर पक्षी" (लंबी पूँछ वाला और शेर जैसा भूरा)
पून
पून
पून
जंगल जहाँ क्वेटजल रहती है जो पिन्जरे में जीवित नहीं रह सकती;
क्वेटजल का निवास स्थान, और सान्दिनिस्तास का निवास स्थान।
बिजागुअल-- उत्तर में एक पहाड़, मुसुन तक।
तापाकुसी, क्विआबू, टिसे, टोमाबू-- सभी पहाड़
एस्टेली के क्षेत्र में।
पिस-पिस, कोंडेगा, याली, क्विलाली,
यालागुइना, पलाकागुइना
मुय-मुय
यहाँ हमने एक ऐसे देश का सपना देखा है
जिसके लिए हमने
कई लड़ाइयाँ लड़ी हैं
(पिस-पिस-- पेड्रोन वहाँ था, उसने खदानों पर कब्ज़ा कर लिया)
और अभी बहुत कुछ करना है, भाई...
कुकेरावाला नदी! चाँदनी रात में दहाड़ते उत्तेजित चीते
इसके किनारों पर, और जब वे दहाड़ते हैं
तो बन्दर डर के मारे चीखने लगते हैं।
(हम कुकेरावाला के किनारे स्कूल बनाने जा रहे हैं।)
एक न्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था
जो यह सुनिश्चित करेगी कि
सामाजिक असमानता का शासन वापस न आए।
एल चिपोटे-- एक नम
और धुन्ध भरा पहाड़ जहाँ सूरज कभी पेड़ों ओ पार नहीं कर पाता,
झाड़ियों के बीच सफ़ेद चेहरे वाले बन्दर और तोते--
ओकोट पाइन
स्वीट गम, महोगनी से लिपटे बेल और लताएँ,
ठीक यहीं "उसने" अपना मुख्यालय स्थापित किया—
चीं-चीं करती पोकोयो, दहाड़ते चीते, चहचहाते टूकेन।
लिक्विडम्बर के सबसे ऊँचे पेड़ों में अपने घोंसले में
(शायद साठ फीट ऊँचे)
क्वेटजल अपना प्यारा इलाकाई गीत गाता है— फिर भी,
आप इसे कभी देख नहीं पाएंगे, यह प्रकाश की नकल करता है--
बादलों से भरे आसमान के नीचे, धुन्ध में इसके पंख पत्तियों जैसे हैं;
लेकिन अगर सूरज की रोशनी आती है तो यह इंद्रधनुषी हो जाता है,
चमकीले पत्तों पर सूरज की रोशनी का छलावरण। वहाँ
"वह" बसा था-- हरे कपड़े, चौड़ी किनारी वाली टोपी, लाल गुलबन्द...
पर्ल लैगून... हुआहुआ लैगून... और सैंडी बे...
लम्बे रेत के टीले जहाँ चाँद के नीचे
केरी कछुए प्रेम-क्रीड़ा के लिए आते हैं।
समुद्र से 100 फीट ऊपर पुंटा गोर्डा लाइटहाउस।
पुंटा माइको के पास मोनक्विबेल की खाड़ी।
और इन छोटे द्वीपों पर नारियल के पेड़ हैं।
और इन तटों पर बड़े झींगे हैं। पानी नीला, सफेद द्वीप
(सफेद गुआनो द्वीप से घिरा हुआ) नारियल के पेड़ों से भरा हुआ।
माइको नदी। सिक्विया। मैं अभी भी खंदक देख सकता हूँ--
यहीं पर रबर निकालने वाले जाते हैं।
वहाँ भी चमकीले रंग का "भोर का पंछी" गाता है।
अटलांटिक तट के किनारे नारियल की कतार दर कतार...
डोंगियाँ और मोटरबोट जो चमकीले पानी को काटती हैं
जो जल्द ही दर्पण में बदल जाती हैं...
रेत के टीले पर बसा एक छोटा सा गाँव, जहाँ एक इकलौता लाइटहाउस है,
लहरों का उछाल, बिजली के जनरेटर की प्लॉप-प्लॉप,
ताड़ के पेड़ जो समुद्री हवा में झूमते हैं,
ताड़ के पेड़ों की छाया के पीछे चाँद।
गर्मियों में जंगल के पेड़ों को काट दिया जाता है
और लकड़ियों पर पेंट या लोहे से निशान लगा दिये जाते हैं
और ट्रैक्टर या बैलों द्वारा खींच कर जलमार्ग तक ले जाया जाता है,
जहाँ से पहली बारिश में उन्हें समुद्र में बहा दिया जाता है।
मैं लकड़हारों को काम करते हुए देखना चाहता हूँ।
छोटे द्वीप पर कछुआ पकड़ने वालों से बतियाना।
यही वह जमीन है जहाँ मैं गाता हूँ। मेरी कविता यहीं की है,
जैसे तुरही बजाने वाला जेनेट, या शराब बनाने वाला ताड़।
मुझे उन पूर्वी दलदलों की अभिलाषा होती है।
और जब मैं प्रिंज़ापोल्का के बारे में सोचता हूँ
तो पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं।
खाड़ी में लंगर डाले एक (केले की) नाव के साथ नीली खाड़ी।
नदी के किनारे केले के बाग
और पीछे मैदान
क्वेटजल चिड़िया के पंख जैसे लैगून
और फिर कोई आदमी मूल निवासी सूमो की झोपड़ियों तक पहुँचता है--
सूमो या मिस्किटो भाषा में एक प्रेम गीत।
और उन चैनलों में, शार्क।
हाय रे यूनाइटेड फ्रूट!
हाय रे स्टैंडर्ड फ्रूट!
कम्पनियाँ यहाँ से चक्रवाती तूफ़ान की तरह गुज़री हैं।
ऐसे रविवार भी आए हैं जब मिस्किटो लड़कियाँ
नंगी हो कर (बैपटिस्ट) चर्च गयीं
मिस्किटो लड़कियाँ जिनके पास पहनने के लिए कपड़े नहीं थे।
और यहाँ लोग सचमुच
भूख से मर गये।
भाई पेड्रोन अल्तामिरानो!
जब मैं खनिकों के लैम्प की उदास रोशनी के बारे में सोचता हूँ
मैं देखता हूँ कि प्रिंज़ापोल्का नदी की एक साइड स्ट्रीम से बहता हुआ सोना
वॉल स्ट्रीट बैंकों की तिजोरियों की ओर जा रहा है।
यह वॉल स्ट्रीट ही है जिसके खिलाफ प्रिंज़ापोल्का में "सूर्य पक्षी" गाता है!
सान्दिनो ने कहा कि यह संघर्ष राष्ट्रीय था और यह भी कि एक दिन यह अन्तरराष्ट्रीय हो जाएगा।
मिस्टर स्पेंसर की सोने की खदानों में वे एक्स-रे करते हैं
हर खनिक का साल में दो बार
यह पता करने के लिए कि उनमें टीबी के लक्षण तो नहीं हैं।
अगर कोई धब्बा हो, तो उसे तुरन्त भुगतान किया जाता है।
समय आने पर वह खून थूकता है, और कोशिश करता है
दावा करने की-- "जब उसे बर्खास्त किया गया था, तब वह स्वस्थ था"
उसे बीमारी बाद में लगी थी।
नहीं, खदान जिम्मेदार नहीं है।
और इसलिए वह मानागुआ फुटपाथ पर मर जाता है।
(अगर वह सूमो या मिस्किटो मूलनिवासी है तो वह घर जाता है,
अपने गाँव को संक्रमित करता है। इस तरह सारे गाँव मिट गये।)
कम्पनियों ने तट को टिड्डियों की तरह उजाड़ दिया—
जहाँ देवदार का जंगल था नंगे ठूँठ खड़े थे।
जहाँ वे रहे वहाँ कभी कुछ नहीं उगेगा।
मैग्नावॉक्स कम्पनी का मालिक यहाँ से गुजरा।
कच्चे माल की खुशबू से लालायित।
जनरल मोटर्स के उस अध्यक्ष के शब्दों में
"जो जनरल मोटर्स के लिए अच्छा है, वह संयुक्त राज्य अमरीका के लिए भी अच्छा है"
और इसका उल्टा भी सही है।
साम्राज्यवाद कहता है कि वह हमें खुशहाल बनाना चाहता है!
नदी के दोनों किनारों पर शानदार जंगल, और बीच में
नदी जैसे एक और (तरल) जंगल।
मान लीजिए कि हम मिस्किटो बस्ती में पहुँच गये हों
और हम मिस्किटो प्रेम गीत सुन रहे हों, जिसमें प्रेम शब्द है
कुपिया-कुमी = "एक-अकेला-दिल।"
"एक-अकेला-दिल"-- सेना और पैसा आज ऐसे ही दिखते हैं
(लेकिन उन दोनों के पास कोई दिल नहीं है)। नहीं-- एकमात्र सच्चा कुपिया-कुमी ही प्रेम है,
यानी जनता की एकजुटता क्रान्ति को हासिल
करने के लिए। केवल प्रेम ही वास्तव में "एक-दिल" है।
नहीं-- कैरेबियन बेनर लम्बर कम्पनी ब्लूफील्ड्स लम्बर कम्पनी
गोल्ड माइनिंग कम्पनी लूज माइन्स लिमिटेड अमेरिकन स्मेल्टिंग
एंड रिफाइनिंग कम्पनी नेप्च्यून माइनिंग कम्पनी लॉन्ग लीफ
पाइंस कम्पनी कुकरा डेवलपमेंट कम्पनी निकारागुआ लम्बर कम्पनी
यह सूची अन्तहीन लगती है
मैग्नावॉक्स की सूची अन्तहीन है
जनरल सान्दिनो
नौसैनिक झोपड़ी में हैं!
लड़की का बलात्कार करने के लिए झोपड़ी में!
भाई तुम्हारे पास जूते नहीं हैं, लेकिन तुम्हारे पास टंगस्टन धातु है।
अनपढ़ भाई साथ में एंटीमनी माइन्स भी।
आई.टी.टी. शिकार पर है
चीते की तरह कि किसको वह निगल सकता है।
यह उतना ही निश्चित है
जितना कि जनरल को— जिसे आप जानते हो-- पसन्द है
छोटी लड़कियों का बलात्कार करना और ढेर सारे कम्पासिनो को
हेलीकॉप्टर से नीचे फेंक दिया जाता है
मोनसिग्नोर चावेज़ अभी भी शासकों को आशीर्वाद देता रहता है!)
क्या किसी ने कहा कि अर्थव्यस्था मंत्री एस्सो के बजाय
अपनी जनता की रक्षा करेगा?
स्पेनी उपनिवेश का एनकोमिंडा प्रणाली अभी भी कायम है...
और जब सौदेबाजी रोकने के लिए रोज़ाना घंटी बजती है
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में तो आप निश्चिंत हो सकते हैं कि
उन्होंने आपके भाई से कुछ ऐसा छीन लिया है जिसके बारे में
आपको पता भी नहीं था कि वह आपका है।
जब वॉल स्ट्रीट के डीलर कहते हैं-- "हमने आज दोपहर
पाँच मिलियन नकद गिराए"
तो वॉल स्ट्रीट की भाषा में इसका मतलब यह है
कि उन्होंने पाँच मिलियन डॉलर के स्टॉक और शेयर खरीदे हैं।
गृह मंत्री प्रवासी पक्षियों की तरह आते-जाते रहते हैं
लेकिन स्टैंडर्ड ऑयल बना रहता है।
कनाडा वाले ने मिस्किटो मूलनिवासी से कहा-- साम्यवाद बुरा है
यह हमारी सारी सम्पत्ति ले लेता है। और मिस्किटो (जो मिस्किटो में रेडियो हवाना
सुनता है) उसने उत्तर दिया-- तुम्हारे लिए बुरा है, जिसके पास सब कुछ है।
मिस्किटो के लिए अच्छा है
जिसे कुछ भी नहीं मिला।
एक दिन यह अन्तर्राष्ट्रीय होगा
सान्दिनो ने कहा। वह कम्पासिनो से यह भी कहा करते थे
"एक दिन हम जीतेंगे। अगर मैं इसे नहीं देखूँगा
तो छोटी चींटियाँ मेरी कब्र में मुझे बताने आएँगी।"
घर वापस आने पर विजयी भाव से डारियो ने भविष्यवाणी की,
एक और भी शानदार देश, गरीब नौजवान प्यारे रूबेन को टोस्ट देते हुए--
मैं अपने इस देश की मुकम्मल जीत के लिए पीता हूँ"
(यह 1910 की बात थी, अगले, वर्ष-1911 ने बैंकरों का आगमन देखा)।
लड़ाई आज भी हमारे ही साथ है-- सान्दिनो बनाम नौसैनिक।
पहाड़ियों में झाड़ियाँ काटने वाले कितने लोग डारियो से मुकाबला कर सकते हैं?
निरन्तर रात में झोपड़ी में रहने वाले लोग।
जूते का काला चोर जो शायद एक महान दार्शनिक हुआ होता।
बकरी चराने वाला एक महान चित्रकार।
सिर्फ पढ़ना या लिखना ही नहीं जानता--
सोचना, इच्छा करना, सपने देखना भी नहीं जानता।
गरीबों से भरी हुई वे बसें देखिए? वे असली मालिक हैं
उन्होंने बैंक ऑफ अमरीका की इमारत बनायी--
कौन जानता है कि यह कितनी ऊँची है?-और उन्होंने (और कौन?)
पुल और जलाशय बनवाये। उन्हें बस इतना करना है
कि वे सब कुछ अपने कब्जे में ले लें।
गरीब। सबसे बढ़ कर
बहुत गरीब लोग
("बदबूदार गन्दगी खाने वालों का वह कमबख्त बोझ झेलते")।
जेट विमानों की उड़ान नीले आकाश को दाग देती है,
और क्या आप नहीं जानते कि उन्होंने
आपको सभ्यता से बाहर कर दिया है, भाई?
फिर भी यह आपकी निम्बू घास है-- हालाँकि आपको यह नहीं पता--
जो सिट्रोनेला देती है जिसकी उन जेट विमानों को ज़रूरत होती है।
ट्रक के फर्श बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आपकी सुनहरी लकड़ी
प्रोपेलर पुली के लिए आपकी लिग्नम-विटे सख्त लकड़ी और... चलो ठीक है...
अपने गिटार पर मुझे यह गाना सुनाओ
चीजें मायने रखती हैं
लेकिन लोग ज़्यादा मायने रखते हैं
अचानक ही हम शिविर में पहुँच जाते हैं, महोगनी
और सीबा के पेड़ों के नीचे-- झोपड़ियाँ। अँगीठी, मिट्टी के बर्तन,
घड़ा, मकई पीसने के लिए चक्की, कच्चे चमड़े के बिस्तर, पट्टियाँ
नमकीन मांस की, सेंट एंथोनी के सामने कार्बाइड लैम्प,
भुट्टे के डाट से बन्द तुमड़ी, रोता हुआ एक छोटा बच्चा
चमकीले झालर वाले सिसल झूले में,
ग्रामोफोन और गिटार की आवाज़,
सान्दिनो खुली हवा में, अँगीठी के पास डॉन क्विग्जोट पढ़ रहा है।
शिविर किसी क्वेटजल के घोंसले की तरह दूर है।
अब सान्दिनो एक बार फिर चिपोट वापस आ गया है, जवाँ मर्द मुचाचोस।
एक बार फिर रात में टेलपेनेका पर हमला कर रहा है।
पेड्रोन एक बार फिर कोको के पास जाता है
जब तक कि वह बोआको के पास न हो।
फिर से किसान मकई के दाने निकाले बिना
काली राजमा की दंवाई किये बिना ही
छोड़ देते हैं ताकि सान्दिनो में शामिल हो सकें
और खदानों को घेर सकें और नौसैनिकों को खदेड़ सकें
स्टैंडर्ड फ्रूट कम्पनी के दफ़्तरों में आग लगा दें।
एक धुन्धली रात बिना चाँद के--
एक सौ चालीस सान्दिनिस्ता सन्तरियों को आश्चर्यचकित कर देते हैं...
या सान्दिनिस्ता शाम को उस ट्रैक पर घात लगाए बैठे हैं
जिस पर नौसैनिक आएँगे--
मिगुएल एंजेल ऑर्टेज़ रात में दिखाई देते हैं
काली पतलून पहने, लम्बे भूरे बालों वाला सिर
राइफलें, कुल्हाड़ी, 2 पुराने स्टाइल की लुईस बन्दूकें और
विवा संदिनो! (गोलीबारी के बीच) और
मातृभूमि की आजादी या मौत! के नारे लगाते हुए
धुन्ध घुल जाती है, वहाँ कोई सान्दिनिस्ता नहीं है...
एक शाम जब नौसैनिक एक चीड़ के जंगल में घुसने ही वाले थे
(और उन्होंने पेड़ों के बीच से गिटार की धड़कन सुनी)...
सैन राफेल डेल नोर्टे में गार्ड पोस्ट से अचानक चुनौती--
"रुको, वहाँ कौन जा रहा है?"
"मित्र! निकारागुआ अमर रहे!"
"आगे बढ़ो और पासवर्ड बताओ मित्र!"
"तुम अपना देश नहीं बेचोगे!"
"पेड्रॉन फिर से ओरटेज़ के साथ मिल कर जिनोटेगा पर हमला करता है
पेड्रॉन एक बार फिर गाँव-गाँव जा कर कहता है
"मतदान का इस्तेमाल मत करो!"
एक घात के बाद नौसैनिकों को अलविदा की आवाज़ सुनाई दी
खच्चर और गाड़ियाँ रात में ही गायब हो गईं
लेकिन ली घायल हो गये...
जल्द ही-- महान सहकारी समितियों का संचालन करते कम्पासिनो
अशिक्षा के खिलाफ अभियान
और मुय-मुय के युवाओं का अपना बैले स्कूल
थिएटर होगा टेल्पेनेका में, टेकोलोस्टोट में। एक ऐसे देश की कल्पना
कितनी स्पष्ट है जहाँ शोषण
ख़त्म कर दिया गया है!
देश की सम्पत्ति समान रूप से साझा की जाती है
सकल घरेलू उत्पाद में सभी के लिए समान हिस्सा है।
नेशनल गार्ड के बिना निकारागुआ, नया दिन आ रहा है!
एक ऐसा देश जहाँ कोई भय नहीं है, कोई वंशवादी अत्याचार नहीं है।
ज़ोर से गाओ, जेनेट चिड़िया अपना बिगुल बजाओ।
कोई भिखारी नहीं, कोई वेश्यावृत्ति नहीं, कोई राजनेता नहीं
जाहिर है कि जब तक मुट्ठी भर लोग अमीर हैं, तब तक स्वतंत्रता नहीं हो सकती
जब तक कुछ लोग दूसरों का शोषण करने के लिए स्वतंत्र हैं,
दूसरों से चोरी करने के लिए स्वतंत्र हैं
जब तक वर्ग विभाजन हैं, तब तक कोई स्वतंत्रता नहीं है।
हम न तो अपने साथियों की सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं,
न ही उन्हें काम पर रखने के लिए
बल्कि भाई बनने के लिए
हर एक का जन्म दूसरों का भाई बनने के लिए हुआ है।
पूँजीवाद—आदमी को खरीदना
आदमी को बेचना और क्या?
हम किस तरह की यात्रा कर सकते हैं भाई जबकि अभी भी
कुछ लोग पहले और बाकी लोग तीसरे दर्जे में यात्रा करते हैं?
निकेल नये आदमी का इन्तजार कर रहा है
महोगनी नये आदमी का इन्तजार कर रही है
पूरी नस्ल की जमात नये आदमी का इन्तजार कर रही है
केवल एक चीज़ की कमी है-- नया आदमी।
आओ कम्पिनेरो (साथियो)
कंटीले तार की बाड़ को तोड़ दो।
अतीत से नाता तोड़ो। क्योंकि अतीत कभी हमारा नहीं था!
जो अभी भी वेश्यालयों पर निर्भर रहते हैं।
जैसा कि क्यूबा में उस लड़की ने कहा था-- "क्रान्ति
सबसे बढ़ कर प्यार का मामला है।"
मैं यहाँ सड़क के किनारे साइनबोर्ड देखना चाहूँगा--
आपकी कीमत इस बात में नहीं है कि आप दूसरों से क्या लेते हैं
बल्कि इस बात में है कि आप क्या देते हैं
2 बजे-- सैन राफेल डेल नॉर्टे, घना कोहरा,
सान्दिनो छह साथियों के साथ चर्च जा रहा है
ब्लैंका से शादी करने के लिए। साथ में पिस्तौल, राइडिंग-बूट और लाल गुलबन्द।
ब्लैंका सफ़ेद कपड़े, घूंघट और कॉफी के फूलों की माला पहने।
दूल्हा धुन्ध और कॉफी के गदराये पौधों के बीच से
पहाड़ियों में वापस चला गया।
वे दिन थे जब लोग गाते थे
शिकारी पंछी बजर्ड मर चुका है
वे उसे उसकी कब्र पर ले जाते हैं
हर पेड़, हर झाड़ी, हर चट्टान अचानक
एक सान्दिनिस्ता स्नाइपर बन सकती है।
(भूख सिर्फ़ तोर्तिला और काली राजमा का मामला नहीं है
हालाँकि यह तोर्तिला और काली राजमा का भी मामला है।)
और एक पोस्टर जिसमें कहा गया है
कि जो लोग लोगों के लिए मर गये
वे लोगों में शानदार ढंग से जी उठे हैं।
क्या घोषणा करता है "गला काटने वाला पक्षी" या न्यायप्रिय न्यायाधीश,
जो कांटेदार तार की बाड़ पर बैठा है? एक नई सुबह
और नये उत्पादन अनुबंध।
प्रत्येक से उसकी क्षमता के अनुसार
प्रत्येक को उसकी ज़रूरतों के अनुसार।
एक ऐसी व्यवस्था जो जीवन की ज़रूरतों को समझती है
और ज़रूरतों के हिसाब से उत्पादन को पूरा करती है। उदाहरण--
कपड़े मुनाफा कमाने के लिए नहीं, धत तेरी की,
बल्कि लोगों को पहनाने के लिए बनाए जाते हैं।
'और सभी आलीशान घरों को जब्त कर लिया जाएगा,
जो काम करने में असमर्थ हैं, उनकी ज़रूरतें
राज्य द्वारा पूरी की जाएँगी
(टुपामारो कार्यक्रम)
पोपोल वुह के शब्द-- "सभी लोग उठ खड़े हों!"
इतना मक्का बोना है, इतने सारे बच्चों को पढ़ाना है
इतने सारे बीमारों का इलाज करना है और इतना सारा प्यार देना है
और इतने सारे गीत गाने है।
मैं गाता हूँ
एक ऐसा देश जन्म लेने का इन्तजार कर रहा है। झील कुछ-कुछ नीली, कुछ-कुछ
चांदी और कुछ सोने जैसी। आसमान में
बगुलों की उड़ान
"सचमुच इसमें दूध और शहद बहता है" (खोजकर्ताओं ने कहा)
और यिर्मयाह ने बाद में कहा-- "यह बात द्वीपों को बताओ
और नृत्य करके किशोर आनन्दित होंगे"
हमारे अपने नये मनुष्य।
हमारे अपने नये मनुष्य ही हैं जिनकी हमें कमी है।
(यिर्मयाह 31: 10-13)
("तुम प्रतिश्रुत देश में प्रवेश करोगे, लेकिन फिर भी सभी प्रवेश नहीं करेंगे")
साम्यवाद या पृथ्वी पर ईश्वर का राज्य जो एक ही है..
जनरल जिनी के "पूछताछ" कक्ष बन जाएंगे ऐसे कमरे
जहाँ छोटी लड़कियाँ गुड़ियों के साथ खेल सकती हैं
और छोटे लड़के पिनोचियो के साथ
टैंक बदल जाएंगे ट्रैक्टर में
और हाई स्कूल बसों में बदल जाएंगी पुलिस वैन
और तब मशीन मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त होगी।
आजाद लोगों के जनरल
छोटी चींटियाँ आपकी कब्र में आ कर आपको बताएंगी!
क्या दिन होंगे वो जब लड़कों के पास पिनोचियो होगा
(और जब मेरा सपना सच होगा तो कोई अमीर नहीं होगा)!
चलो चलें और दीवारों पर यह नारा लिखें
जीवन विनाशकारी है
या फिर
प्रेम आंदोलनकारी है
या फिर
लियोनेल रुगामा (गुरिल्ला) के अंतिम शब्द जो गार्ड से कहे गये
आत्मसमर्पण? मैं? तुम्हारे आगे!
या दीवारों पर पासोस की ये पंक्तियाँ लिखो
घर जाओ, घर जाओ, घर जाओ,
यांकी, घर जाओ, घर जाओ!
जब कोई कुर्रे चिड़िया सूखे खंभे पर बोलती है तो इसका मतलब है सूखा
लेकिन जब वह हरे खंभे पर बोलती है तो बारिश होने वाली है।
उन बाड़ों को गिरा दो और
सभी लोगों को उठने दो, यहां तक कि मुर्दों को भी।
यह वह भूमि है जिसके बारे में मैं गाता हूँ।
गॉर्डाबारेंको चिड़िया की तरह कर्कश स्वर में
जो दूर से मवेशियों की रंभाने जैसी आवाज़ देता है,
वह चट्टानी घाटी की दीवारों में छेद करके अपना घोंसला बनाता है।
और निकारागुआ के पार्कों और बागों में रहने वाले
खुशमिजाज़ गुइस चिड़िया की तरह
सिएर्टो-गुइस चिड़िया जो बार-बार सिएर्टो-ग्यूस बोलती रहती है
या चिनंदेगा और चोंटेल्स में रहने वाले गुइस की तरह
जो सूखे खेतों में बारिश की घोषणा करते हुए गाती है
ऐसा ही है मेरा भी गाना...
और "शेर पक्षी" (या कोकोरोको) की तरह एक एकाकी जीव
जो एक तेंदुए की सूचना देने के लिए पीड़ा में गाता है।
और "घड़ी पक्षी" की तरह जो घंटों गाता है
या अटलांटिक "सूर्य पक्षी" जो कहता है कि भोर हो गयी है
इस तरह मैं गाता हूँ...
और मैं उस पक्षी की तरह गाता हूँ जिसे वे "दलदल-सुंघवा" कहते हैं
(क्योंकि यह कीचड़ों और दलदलों में सूँघता फिरता है)
लेकिन स्पष्ट रूप से, जेनेट बगलिंग
जानाटिलो जानाटिलो की तरह
उत्पीड़ितों का पक्षी-
या "झींगुर" (नम जंगल में झंझरी) की तरह
या उत्तरी पहाड़ियों (गुरिल्ला पहाड़ियों) के चे-चे की तरह
जो चे-चे चे-चे चे-चे गाता है
और "खुशनुमा पक्षी" की तरह जिसके गीत का अर्थ है खुशी महसूस करना
कवि की आवाज़ गाती है आनंद की अनुभूति
खुशी खुशी
और मैं भी गोधूलि बेला में उदास कोकोयो की तरह हूँ
जो बहुत उदास हो कर गाता है भांड़ में जाओ
या टेकोलोट्स (बड़े-बड़े चश्मे वाले उल्लू)
जो खण्डहरों के बीच मनहूस आवाज निकालते हैं।
या पिजुल की तरह जो बारिश के करीब होने पर
पी-हिल पी-हिल पी-हिल गाता है
सैन जुआन में सोरोकोंटिल के पीले फूलों के बीच
कोरोनेल उरटेचो के खेत के पास पी-हिल पी-हिल
(बारिश की घोषणा करते हुए)
या "छह बजे के पक्षी" की तरह
जो जंगल में एक उदास गीत गाता है
लेकिन केवल हर शाम 6 बजे
जब यह अलग से दिखेगा नहीं
इसी तरह मैं भी गाता हूँ।
या शायद धरती पर सबसे प्यारे पक्षी की तरह—
धुन्ध भरे जंगलों का क्वेट्जल--
फिर भी छाया की तुलना में धूप में कहीं अधिक प्यारा--
इसकी चेतावनी का सुर एक कर्कश चीख है
जो मीलों तक सुनाई देता है
इसका इलाकाई गीत एक मधुर (2-सुर की) सीटी है
जो बार-बार
दोहराता है।
ए.पी. को झूठा साबित करना (और यू. पी. को भी)
यह भी कवि की जिम्मेदारी है।
"कुछ पक्षियों की तरह जो केवल कुछ नस्लों के लिए गाते हैं"
जैसा कि जोआकिन पासोस ने कहा।
समस्याएँ
तभी होती हैं
जब समाधान
मौजूद हों
"एक-इकलौता-दिल"
पी-हूल पी-हूल पी-हूल
पी-हिल
जॉय जॉय
क्रैक!!!
मैं-देखता हूँ-- तुमको
गो-ले गो-ले
भाड़ में जाओ भाड़ में जाओ
चे चे
सुप्रभात यहाँ है/ सुप्रभात यहाँ है
(1972)
दिगम्बर |
दिगम्बर
बिहार के एक कस्बे दाउदनगर (जिला—औरंगाबाद) में जन्म. शुरूआती पढ़ाई वहीं पर। मगध विश्वविद्यालय से स्नातक विज्ञान और गोरखपुर विश्वविद्यालय से हिंदी में स्नातकोत्तर।
कई साहित्यिक और राजनीतिक किताबों का अंगरेजी से हिंदी अनुवाद. 'इंगलैंड में मजदूर वर्ग की दशा' - फ्रेडरिक एंगेल्स, 'आधुनिक मानव का अलगाव' - फ्रित्ज पापेनहाइम, अफ़्रीकी साहित्य सृंखला में तीन उपन्यास, 'फिरदौस' - नवल अल सदावी, 'एक बहुत लम्बा ख़त' - मरियामा बा और 'रात में चहलकदमी'-- अलेक्स लागुमा तथा एक कविता संग्रह गाँव की आवाज-- नीयी ओसुन्दरे का अनुवाद. इसके अलावा लू शुन की गद्य कवितायें-- जंगली घास, नाजिम हिकमत की तीन लम्बी कविताएँ-- शेख बदरेद्दीन का 'फतहनामा', मास्को सिम्फनी और मोनालिसा और उसका चीनी महबूब का अनुवाद. मंथली रिव्यू प्रेस की चर्चित किताबें-- 'अन्तहीन संकट', 'वित्तीय महासंकट', 'पारिस्थितिकी: पूँजीवाद के खिलाफ', 'क्या मजदूर वर्ग दुनिया को बदल सकता है?', 'हाड़तोड़ मेहनत' इत्यादि का अनुवाद।
'देश-विदेश' पत्रिका का संपादन और गार्गी प्रकाशन का संचालन. सांस्कृतिक-राजनीतिक कार्यकर्ता।
सम्पर्क
मोबाइल : 09818622601
सुन्दर अनुवाद
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