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स्वामी विवेकानंद का अन्तिम व्याख्यान 'भारत का भविष्य'

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उन्नीसवीं सदी भारतीय सन्दर्भ में पुनर्जागरण की सदी थी। इसे कुछ लोगों ने नवजागरण का नाम दिया। कुछ अग्रणी विचारकों ने भारतीय धर्म , दर्शन , आध्यात्म , शिक्षा आदि विषयों पर तत्त्पर होकर विचार करना शुरू किया और आधुनिकता के सन्दर्भ में अपने विचार रखे। इन विचारों ने भारतीयों का मानसिक स्तर पर वह उन्नयन किया , जिससे वे अपने विरोधाभासों से अवगत हुए। स्वामी विवेकानंद ऐसे ही समाज सुधारक थे जिन्होंने धर्म और आध्यात्म की नवीन सन्दर्भों में पड़ताल कर भारतीय जनमानस को एक नई दिशा देने का कार्य किया। स्वामी विवेकानंद ने मद्रास में अपना अन्तिम व्याख्यान दिया था जो कई मामलों में बहुत ही मानीखेज़ है। लक्ष्मण केडिया ने इस व्याख्यान का सम्पादित रूप अपनी फेसबुक वॉल पर प्रस्तुत किया था। आज पहली बार पर हम प्रस्तुत कर रहे हैं स्वामी विवेकानंद का अन्तिम व्याख्यान ' भारत का   भविष्य ' ।   भारत का भविष्य स्वामी विवेकानंद    यह वही प्राचीन भूमि है, जहां दूसरे देशों को जाने से पहले तत्वज्ञान ने आ कर अपनी वासभूमि बनाई थी; यह वही भारत है, जहां के आध्यात्मिक प्रवाह का स्थूल प्रतिरूप उसके...

अकीरा कुरोसावा की "ड्रीम्स" फिल्म के खंड "पनचक्कियों वाला गांव" का कथानक : लेखन और प्रस्तुतीकरण यादवेन्द्र

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  अकीरा कुरोसावा   दुनिया के महानतम फिल्मकारों में से एक जापान के अकीरा कुरोसावा (1910 - 1998) की आखिरी फिल्मों में से एक महत्वपूर्ण फिल्म है 1990 की   " ड्रीम्स"। दुर्भाग्य से उसे जापान में बहुत पसंद नहीं किया गया लेकिन अनेक फिल्म समीक्षकों का यह मानना है कि कलात्मक रूप से वह कुरोसावा की श्रेष्ठ फिल्म है। उन्होंने अपनी फिल्मों में हमेशा सामाजिक संदर्भों को उठाया है लेकिन "ड्रीम्स" उनकी सर्वाधिक निजी फिल्म मानी जाती है।   इस फिल्म में आठ ऐसे सपनों का बेहद कलात्मक चित्रण है जो कुरोसावा को निजी तौर पर भावनात्मक रूप से बतौर जापानी नागरिक उद्वेलित करते रहे - और इनके मनुष्यता के व्यापक संदर्भ में गहरे मायने रहे हैं।   इनमें से एक खंड है "पनचक्कियों वाला गांव" जो प्रकृति के साथ अत्यंत सकारात्मक सामंजस्य बनाए रखने की वकालत करता है। भले ही यह जापानी फ़िल्म हो पर इसके सरोकार वैश्विक सरोकार हैं और इनकी अनुगूंज हमें भारतीय परिवेश में भी बराबर की विह्वलता के साथ सुनाई देगी।   आज पहली बार पर हम प्रस्तुत कर रहे हैं अकीरा कुरोसावा की ...