इतालवी कवयित्री लिडिया चिआरेली की कविताएं
लिडिया चिआरेली |
दुनिया का सबसे खूबसूरत जलप्रपात है : नियाग्रा फाल्स। यह जलप्रपात अमेरिका के न्यूयॉर्क और कनाडा के ओंटारियो प्रांतों के मध्य अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बहने वाली नियाग्रा नदी पर अवस्थित है। पानी की प्राकृतिक खूबसूरती का अप्रतिम उदाहरण है यह जलप्रपात। बात प्रकृति की हो और वह कवि की नज़रों से ओझल रह जाए ऐसा नामुमकिन ही है। लीडिया चिआरेली ने नियाग्रा फाल्स पर एक उम्दा कविता 'नायागरा' नाम से लिखी है। लीडिया चिआरेली इटली की चर्चित कवयित्री हैं। इनकी कविताओं का अनुवाद किया है हिन्दी की कवयित्री पंखुरी सिन्हा ने। तो आइए आज पहली बार पर पढ़ते हैं लीडिया चिआरेली की कविताएँ।
चर्चित इतालवी कवयित्री लिडिया चिआरेली की कविताएं
अनुवाद - पंखुरी सिन्हा
नायागरा
कुछ भी नहीं होता
पानी से ज़्यादा नर्म
मुलायम या लचीला
और फिर भी, कुछ नहीं
कर सकता मुकाबला उसकी
ताकत का!
---लाओ सू (जन्म 604 बी सी)
हम आगे बढ़ते हैं नदी में
नाँव डोलती है खदबदाते
फुफकारते पानी के ऊपर
और यह महसूस होता है
लहरों की सांसों को
सुनने जैसा!
एक मद्धम सी बारिश सहलाती है हमें
और गर्जन और, और मज़बूत होती हुई, संगीत है,
आदिम, पुरातन दिनों का संगीत!
मीठी सी एक धुँध में लिपटे
हम कांपते हैं एक गहरी खाई
के आगे खड़े!
हमारी नज़र आलिंगन करती है
उस मदमाते भँवर, वहशियाते
जलावर्त का!
और धीरे-धीरे हम एकाकार
होने लगते हैं नियाग्रा फाल्स की
अतल गहरी सफेदी
के साथ!
एम्पायर स्टेट बिल्डिंग
बैगनी, सूर्यास्त का आसमान
गर्मी की इस दोपहर में
दिखता एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से!
उर्जा से लबरेज़, गतिशील ज्यामिति
शहर की!
खुलती है मेरे आगे
धीरे-धीरे!
महसूस कर सकती हूँ गलियों को
ज़िंदगी की गति से धड़कते हुए
दूर, लगभग पहुँच से परे
और तब तक
अनेकों बत्तियां
जल उठती हैं
एक एक कर
धीरे-धीरे
विश्व के रंग मंच पर!
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