संदेश

नवंबर, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दिनेश कर्नाटक की कहानी 'मियाँ बस्ती'

चित्र
  दिनेश कर्नाटक राज्य का कार्य होता है जनता को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना। शासक यह काम करते भी हैं। लेकिन लोकतंत्रात्मक प्रणाली में इन शासकों को चुनाव भी जीतना होता है। इसके लिए वे ऐसे सारे लोकलुभावन काम करते हैं जिनसे बहुसंख्यक जनता उनके पक्ष में बनी रहे। यह लोकतन्त्र की सबसे बड़ी कमजोरी है और यह व्यवस्था इस कमजोरी से आज तक उबर नहीं पाई है। लोकतंत्रात्मक व्यवस्था में शासक  जाति, धर्म, भाषा जैसे मुद्दों को हवा दे कर अपना पलड़ा भारी रखना चाहता है। समाज तक में आपसी दरार पड़ जाती है।  'मियाँ बस्ती' दिनेश कर्नाटक की ऐसी ही कहानी है जिसमें धर्म के घातक प्रभाव को साफगोई से व्यक्त करते हैं। यहां लम्बे समय से हिंदुओं और मुसलमानों के बीच आपसी सौहार्द रहा है लेकिन कुछ कट्टर लोग इस आपसी सद्भाव को बिगाड़ने में लगे हुए हैं। देश को विभाजित हो कर एक बार इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। अब हमें ऐसी परिस्थिति नहीं बनने देनी है जिससे देश एक बार फिर आहत हो। आइए आज पहली बार पर हम पढ़ते हैं  दिनेश कर्नाटक की कहानी 'मियाँ बस्ती'। कहानी 'मियाँ बस्ती' दिनेश कर्नाटक  उस दिन जब उसकी बस...