वन्दना वाजपेयी की कविताएँ

जन्म :२० मई वाराणसी शिक्षा : M.Sc (जेनेटिक्स ),B.Ed (कानपुर यूनिवर्सिटी ) अभिरुचि: लेखन, चित्रकला, अध्ययन , बागवानी सम्प्रति: अध्यापन, "गाथांतर" का सह संपादन विभिन पत्र -पत्रिकाओं में कहानियाँ, लेख, कवितायें आदि प्रकाशित हो चुकी हैं कुछ का नेपाली में अनुवाद हो चुका है आत्मकथ्य : अपने बारे में कुछ लिखना बड़ा ही असाध्य काम है फिर भी अगर पलट कर देखती हूँ तो ...........यह आज भी मेरे लिए यह एक प्रश्न ही है कि वो कौन सी बैचैनी थी जिसने ९-१० साल की उम्र् में मुझसे अपनी पहली कविता लिखवा दी, क्यों समाज़ की विसंगतियां मुझे कुछ लिखने को विवश कर देती थी,बहुधा यह काम निजी डायरियों तक ही सीमित रहा ,वस्तुत : कवि बनने के बारे में कभी मैंने सोचा नहीं था, कविता मेरे लिए मात्र एक जरिया रहा है समाज के विभिन्न वर्गों समुदायों और लोगों के मन को पढने का और उस पीड़ा को अभिव्यक्त करने का............कभी -कभी मुझे लगता था मेरा व्यक्तित्व विरोधाभासी है विज्ञानं का गहन अध्यन और साहित्य से बेचैन कर देने की हद तक प्रेम ....