रेखा चमोली के काव्य संग्रह 'पेड़ बनी स्त्री' पर एस.पी. सेमवाल की समीक्षा

युवा कवियित्री रेखा चमोली का संग्रह 'पेड़ बनी स्त्री' काफी चर्चा में रहा है और इसी संग्रह पर उन्हें पिछले वर्ष सूत्र सम्मान प्रदान किया गया था। इस संग्रह पर एक समीक्षा लिखी है एस. पी. सेमवाल ने। तो आईये पढ़ते हैं यह समीक्षा। एक उद्भावना, कविता संग्रह “पेड़ बनी स्त्री” के प्रति एस. पी. सेमवाल पेड़ बनी स्त्री कविता संग्रह एक कैलाइडोस्कोप है, ठीक इस तरह कि उसमें रंगीन काँच के टुकड़ों को घुमाने पर जिस तरह असंख्य बिम्ब बनते हैं, उसी तरह पेड़ बनी स्त्री की कविताओं को हम अपनी सामाजिक संचेतना, सौन्दर्य बोध एवं मानवीय संवेगों के बरक्स देखते हैं, तो इनमे भी सौन्दर्य शास्त्र के अनगिनत ...