चन्दन पाण्डेय के उपन्यास वैधानिक गल्प पर जैनेन्द्र कुमार पाण्डेय की समीक्षा वैधानिक गल्प : गल्प की शक्ल में सत्य कथा

चन्दन पाण्डेय साहित्य उस मनोरचना का नाम है जो जीवन और समाज की वास्तविकता को कल्पना के सहारे गढ़ता है। यह गढ़ाव कुछ इस तरह का होता है कि समाज का एक बड़ा वर्ग उससे खुद को समीकृत कर सकता है। चन्दन पाण्डेय हमारे समय के चर्चित कथाकार हैं। अभी हाल ही में उनका एक उपन्यास प्रकाशित हुआ है 'वैधानिक गल्प'। इस उपन्यास की एक समीक्षा लिखी है आलोचक जैनेन्द्र पाण्डेय ने। 'सृजन संकल्प' के हालिया अंक में यह समीक्षा प्रकाशित हुई है जिसे हमने साभार लिया है। आइए आज पहली बार पर पढ़ते हैं जैनेन्द्र पाण्डेय की समीक्षा 'वैधानिक गल्प : गल्प की शक्ल में सत्य कथा'। वैधानिक गल्प : गल्प की शक्ल में सत्य कथा ...