कैथलीन जेसी रैने की कुछ शीर्षकहीन कविताएं, हिन्दी अनुवाद : बालकीर्ति


Kathleen Jessie Raine


Kathleen Jessie Raine CBE (14 June 1908 – 6 July 2003)  एक ब्रिटिश कवि, आलोचक और विद्वान थीं, जिन्होंने विशेष रूप से विलियम ब्लेक, डब्ल्यू. बी. येट्स और थॉमस टेलर पर लिखा था। आध्यात्मिकता के विभिन्न रूपों, सबसे प्रमुख रूप से प्लैटोनिज्म और नियोप्लाटोनिज्म (प्लेटोनिक दर्शन का एक संस्करण) में उनकी रुचि के लिए जानी जाने वाली, वह टेमेनोस अकादमी (Temenos Academy) की संस्थापक सदस्य थीं।


प्रेम मनुष्य की गहनतम अनुभूति है। यह अनुभूति उतनी ही पुरातन है जितना कि मनुष्य। यह अनुभूति सार्वभौमिक है। कोई भी सीमा या अवरोध इस प्रेम को रोक नहीं पाता।ब्रिटिश कवयित्री कैथलीन जेसी रैने जिन्होंने आध्यात्मिकता के विभिन्न रूपों पर कविताएं लिखी हैं, प्रेम की गहन अनुभूतिपरक कविताएं लिखी हैं। इनके एक कविता की बानगी देखिए : 'जब से तुम्हारी चिता से धुआं उठा है/ सब बादल प्रिय हैं, पर उन धुंधले उज्ज्वल रूपों में कैसे जानूं/ तुम कहां हो?' बालकीर्ति युवा कवि एवम कहानीकार हैं। इन्होंने कैथलीन जेसी रैने की कुछ शीर्षकहीन कविताओं के उम्दा अनुवाद किए हैं। आइए आज पहली बार पर हम पढ़ते हैं कैथलीन जेसी रैने की कविताएं। हिन्दी अनुवाद बालकीर्ति का है। पहले हम मूल अंग्रेजी कविता प्रस्तुत कर रहे हैं। इसके पश्चात हिन्दी अनुवाद दिया गया है।



Untitled Poems  of  Kathleen Jessie Raine


1

If  I could turn upon my finger the bright ring of time the now of then

 I would bring back again


2

Since smoke Rose from your pyre

All clouds are dear, but how among those vague bright forms,

yours shall I know.


3

Ended my earthly day 

And with averted face

I from your grave side turn away 

Into a veiled, a secret place


4

Over your mountain isle

Streaming cloud 

Shrouds the sunset:

A shawl drawn close 

Over a mourners' head


5

Great the domain of love farther then eye  can see 


from my small house of life realms of your new state encompass me


6

Sun gives no light and days like shadow pass

Shut by the lids of sense

My blinded gaze can not discern your spirit bright.


7

Somewhere it seems you who walk with me in sleep but in the sand of dreams your passing leaves no trace to follow or find that place.


8

If I could follow you,

how find?

In number's starry flow

 of all night's multitude, what lot once cast us heart to heart


9

Out of the arms of night none can fall 

Refuge of sinners whose merciful stars towards us.


Beam from their height 

indifference absolving all.


10

At the last leap I shrink from fall of Black sea Cliff and moiling  water, wake

 To find in gray of dawn vague leaves and roses break

 In form of that Far sea

On lip of petal, margin of leaf, that brink.



बालकीर्ति 



कैथलीन जेसी रैने की कुछ शीर्षकहीन कविताएं


हिन्दी अनुवाद : बालकीर्ति


1

अगर मैं अपनी उंगली पर घुमा सकती

समय की चमकदार अंगूठी 

तब के अब को 

मैं  फिर से वापस ले आती


2

जब से तुम्हारी चिता से धुआं उठा है

सब बादल प्रिय हैं, पर उन धुंधले उज्ज्वल रूपों में कैसे जानूं

तुम कहां हो?


3

मेरा दुनियावी दिन खत्म हुआ और मुंह फेरे

मैं तुम्हारी कब्र से दूर हो जाती हूं

एक मख़्फ़ी चिलमन में।


4

तुम्हारे पहाड़ी टापू पर

भपाता बादल

सूर्यास्त को ढक देता है :

एक दोशाला गिरता

मातमी के सिर।


5

प्यार का हल्क़ा-ए-असर ताहद्दे नज़र के आगे

तुम्हारी सल्तनत में आ मिली मेरी पंचवटी।


6

सूरज रोशनी नहीं देता और दिन साए की तरह गुजर जाते हैं मानी से सर पोश मेरी बेनूर टकटकी

नहीं पहचानती _तुम्हारी रूह की झिलमिल_।


7

लगता है कहीं तुम  नींद में मेरे साथ चलते हो 

लेकिन सपनों की रेत में तुम्हारा जाना कोई निशा नहीं छोड़ता

कि तुम्हारे पीछे आ सकूं।


8

अगर तुम्हारे पीछे आती तो कैसे तुम्हें पाती?

 रात के कुल घनत्व में अंको के तारों भरे बहाव की

किस खेप ने

हमें दिल से दिल की बात में ढाल दिया?


9

रात की बाहों से कोई नहीं गिर सकता

पापियों की शरण जिनकी कृपादृष्टि तारों की तरह हम पर उस ऊंचाई से बेपरवाई की किरने बरसाती सबको रिहा करती।


10.

आखिरी छलाँग में मैं काला सागर की चट्टान के गिरने से सिकुड़ती हूँ और सुरति क्लांत पानी जागता है

 भोर की धुमैली रंगत में खोजने मुब्हम से पत्ते 

और गुलाब सुदूर पानियोंं की तरह टूटते हैं

 

पंखुड़ी के होंठ पर, पत्ती के किनारे, वो दहाना



बालकीर्ति

नाम : बालकीर्ति 

जन्म स्थान : दिल्ली 

शिक्षा : एम. एड.

रचनाएं : विविध पत्र-पत्रिकाओं यथा अलाव, समकालीन अभिव्यक्ति, माटी वाणी समाचार, माध्यम, कथादेश में।


पुरस्कार व सम्मान : साहित्य समर्था श्रेष्ठ कहानी पुरस्कार, सीवी रमन साइंस फिक्शन ट्रॉफी, कथादेश लघु कथा प्रतियोगिता पुरस्कार, साहित्य समर्थ कविता प्रतियोगिता पुरस्कार।


स्त्री दर्पण पर चल रही विदेशी कविताओं के अनुवाद की श्रृंखला के लिए अनुवाद कार्य।


संप्रति : स्वतंत्र लेखन 


सम्पर्क 

फोन नंबर -     8512806394 

email : balkirti kumari@gmail.com

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