राहुल सांकृत्यायन का आलेख 'मैं कहानी लेखक कैसे बना?'

राहुल सांकृत्यायन राहुल सांकृत्यायन ने अपनी जिंदगी में प्रचुर मात्रा में लेखन कार्य किया। धर्म, दर्शन, लोक साहित्य, यात्रा सहित्य, इतिहास, राजनीति, जीवनी, कोष के साथ साथ प्राचीन ग्रंथो का संपादन कर उन्होंने विविध क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किया। उनकी रचनाओं में प्राचीन के प्रति आस्था, इतिहास के प्रति गौरव और वर्तमान के प्रति सधी हुई दृष्टि का बेहतर समन्वय दिखाई पड़ता है। यह केवल राहुल जी थे, जिन्होंने प्राचीन और वर्तमान भारतीय साहित्य चिंतन को पूर्ण रूप से आत्मसात् कर मौलिक दृष्टि देने का प्रयास किया। उनके उपन्यास और कहानियाँ बिल्कुल नए दृष्टिकोण को हमारे सामने रखते हैं। इसीलिए राहुल जी को 'महापंडित' की उपाधि भी दी जाती है। किसी भी लेखक की रचना प्रक्रिया को जानना दिलचस्प होता है। राहुल जी ने खुद अपनी रचना प्रक्रिया पर बात करते हुए एक लेख लिखा 'मैं कहानी लेखक कैसे बना?' आइए आज पहली बार पर हम पढ़ते हैं राहुल सांकृत्यायन का आलेख 'मैं कहानी लेखक कैसे बना?' 'मैं कहानी लेखक कैसे बना?' राहुल सांकृत्यायन कहानी लेखक क्या, लेखक भी मैं कैसे बना, इसे कहना मे...