महादेवी वर्मा का रेखाचित्र 'घीसा'

कोई भी चित्रकार रेखाओं के द्वारा अपने चित्र का अंकन करता है। इसी तरह जब कोई शब्दकार अपने शब्दों के जरिए कोई चित्र अपने पाठकों के सामने खींच दे उसे रेखाचित्र कहा जाता है। महादेवी वर्मा प्रख्यात रेखाचित्रकार रही हैं। उनके रेखाचित्र पढ़ कर जैसे वस्तु , घटना , परिस्थिति या समय जैसे साकार हो उठता है। ' घीसा ' उनके द्वारा लिखा गया ऐसा ही रेखाचित्र है जिसमें एक सामान्य बच्चे घीसा का अनुभूतिपरक वर्णन किया गया है। आज महादेवी वर्मा की जयन्ती पर उन्हें नमन करते हुए हम पहली बार पर प्रस्तुत कर रहे हैं महादेवी वर्मा का रेखाचित्र ' घीसा ' । इस रेखाचित्र को हमने हिंदवी से साभार लिया है। घीसा महादेवी वर्मा वर्तमान की कौन - सी अज्ञात प्रेरणा हमारे अतीत की किसी भूली हुई कथा को संपूर्ण मार्मिकता के साथ दोहरा जाती है यह जान लेना सहज होता तो मैं भी आज गाँव के उस मलिन सहने नन्हें से...